
लोकतांत्रिक गणराज्य पूर्वी तिमोर में अनाथालय में बच्चियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी पूर्व पादरी रिचर्ड डैशबैक के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई शुरू हो गई है. अमेरिका के रहने वाले 84 वर्षीय डैशबैक पर 14 साल से कम उम्र की 14 बच्चियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है.
ओकोसी (पूर्वी तिमोर) : दक्षिण पूर्व एशिया के द्वीपीय देश पूर्वी तिमोर में अनाथ और बेसहारा बच्चों के आश्रय स्थल में बच्चियों के यौन उत्पीड़न के आरोपों में अमेरिका के एक पादरी के खिलाफ मंगलवार को मुकदमे की सुनवाई शुरू हुई.
पूर्वी तिमोर के महाभियोजक के मुताबिक, पेंसिलवेनिया के पूर्व पादरी रिचर्ड डैशबैक (84) पर 14 साल से कम उम्र की बच्चियों का यौन उत्पीड़न करने के 14 आरोप लगाए गए हैं. सभी मामले में बाल पोर्नोग्राफी और घरेलू हिंसा के आरोप हैं.
दोषी पाए जाने पर पूर्व पादरी को 20 साल की सजा हो सकती है.
मुकदमे की सुनवाई शुरू होने पर पादरी के करीब 100 समर्थक भी अदालत के पास जमा हो गए, लेकिन उन्हें परिसर में दाखिल नहीं होने दिया गया.
एशिया में नए राष्ट्र पूर्वी तिमोर की आबादी 13 लाख है, जिसमें से 97 प्रतिशत कैथोलिक ईसाई हैं. वैटिकन के बाद यह दुनिया का सर्वाधिक कैथोलिक स्थान है.
पूर्व राष्ट्रपति जनाना गुस्माओ भी मंगलवार को कुछ समय के लिए अदालत कक्ष में मौजूद थे. गुस्माओ खुद एक क्रांतिकारी नेता रहे हैं और देश में वह अब भी काफी प्रभावशाली नेता माने जाते हैं.
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हालांकि, बच्चों के यौन उत्पीड़न के आरोपी व्यक्ति का सार्वजनिक रूप से समर्थन करने पर उनके बच्चों समेत कई लोगों ने सवाल उठाए हैं.
पूर्वी तिमोर की राजधानी डिलि में कैथोलिक चर्च के एक अधिकारी ने कहा कि बच्चों के यौन शोषण की बात कबूल करने के बाद 2018 में डेशबैक को हटा दिया गया था.