
प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों की, तो सियासी दल बारी-बारी से इन सभी सीटों पर अपना कब्जा होने की बात कर रही हैं, लेकिन रोहतक, सोनीपत और हिसार पर इन सभी पार्टी के मुखियाओं की नजर आ कर टिक जाती है.असल में इन दिनों ये तीनों ही हॉट सीट के रूप में उभर कर सामने आ रही हैं. इस बात को कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस, इनेलो और भाजपा ने इन सीटों को जीतना अपनी साख का सवाल मान लिया है.
चंडीगढ़: 2019 के आम चुनाव का बिगुल बजते ही हरियाणा की तमाम राजनीतिक पार्टिया सक्रिय हो गई हैं और योग्य उम्मीदवारों की तलाश में जुट गई हैं. काबिल उम्मीदवार की तलाश में ये पार्टियां जोड़-तोड़ की प्रक्रिया से भी गुरेज नहीं कर रही हैं. वहीं प्रदेश के राजनीतिक अखाड़े में कई नई राजनैतिक पार्टियां भी दाव लगाने के लिए तैयार दिख रही हैं.
अगर बात करें प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों की, तो सियासी दल बारी-बारी से इन सभी सीटों पर अपना कब्जा होने की बात कर रही हैं, लेकिन रोहतक, सोनीपत और हिसार पर इन सभी पार्टी के मुखियाओं की नजर आ कर टिक जाती है.असल में इन दिनों ये तीनों ही हॉट सीट के रूप में उभर कर सामने आ रही हैं. इस बात को कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस, इनेलो और भाजपा ने इन सीटों को जीतना अपनी साख का सवाल मान लिया है.
रोहतक माना जाता है हुड्डा का गढ़
रोहतक लोकसभा सीट इस समय हरियाणा की हॉटेस्ट सीट मानी जा रही है. गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक से ही ताल्लुक रखते हैं और यहां से चार (1991, 1996, 1998 और 2004) बार सांसद रह चुके हैं और जननायक के नाम से मशहूर चौधरी देवी लाल को तीन बार रोहतक से पटकनी दे चुके हैं.
आपको बता दें कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा वर्तमान में यहां से सांसद हैं. दीपेंद्र रोहतक से तीसरी बार सांसद बने हैं. इस सब को देखते हुए कांग्रेस अपनी सीट को हाथ से नही जाने देना चाहती और एक बार फिर निवर्तमान सांसद दीपेंद्र हुड्डा को मैदान में खड़ा करने का रास्ता लगभग साफ है. भाजपा की तरफ से रोहतक को लेकर हरियाणा के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ और सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर के नामों पर भी मंथन हो चुका है हालाकि संभावना यह भी जताई जा रही है कि भाजपा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को दीपेंद्र को टक्कर देने के लिए आगे कर सकती है. इसके अलावा, इनेलो रोहतक सीट से एक बार फिर पार्टी के वरिष्ठ वरिष्ठ नेता नफे सिंह राठी को उतार सकती है. अगर जेजेपी की बात की जाए तो ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि दुष्यंत चौटाला, गीता फौगाट को रोहतक से आजमा सकते हैं.
सोनीपत सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा कर सकते हैं कब्जा
रोहतक सीट के साथ-साथ इस बार सोनीपत की सीट पर भी राजनीतिक घमासान हो सकता है. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस इस सीट से अपने कद्दावर नेता भूपेंद्र सिंह हूडा को खड़ा कर सकती है. माना जा रहा है कि रोहतक और सोनीपत में जाटों का विशेष प्रभाव रहता है, जिसको देखते हुए हुड्डा समय और सीट के हिसाब से अनुकूल प्रत्याशी साबित हो सकते हैं. आपको बता दें कि वर्तमान में बीजेपी के रमेश कौशिक सोनीपत से सांसद हैं. राजनीतिक हल्कों में ये खबर आम हो चली है कि भाजपा इस सीट से अपना प्रत्याशी बदलने पर विचार कर रही है. पार्टी की तरफ से योगेश्वर दत्त और विकास तुषीर के नाम पर भी चर्चाएं गर्म हैं.
वहीं इंडियन नेशनल लोकदल की तरफ से हरियाणा के पूर्व डीजीपी महेंद्र सिंह मलिक को टिकट दी जा सकती है. इसके अलावा जननायक जनता पार्टी की तरफ से यहां पर दिग्विजय सिंह चौटाला को चुनाव लड़ाया जा सकता है. याद रहे कि जींद उपचुनाव में दिग्विजय ने लगभग 30000 वोट हासिल किए थे. गौरतलब है कि जींद विधानसभा सीट भी सोनीपत लोकसभा के तहत ही आता है.
हिसार सीट को हाथ से नही जाने देना चाहती इनेलो
ये जगजाहिर है कि हिसार लोकसभा सीट फिलहाल इनेलो के कब्जे में है और दुष्यंत चौटाला यहां के सांसद हैं. इस बार हिसार लोकसभा सीट से दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला के चुनाव लड़ने की अधिक उम्मीदें देखी जा रही हैं. वहीं कांग्रेस से भजन लाल का परिवार अपनी टिकट पर दावेदारी जता रहा है, लेकिन पूर्व वित्त मंत्री संपत सिंह भी इस सीट से अपनी दावेदारी जता रहे हैं. भाजपा से तकरीबन 6 लोगों के नाम का एक पैनल बना है, जिस पर फिलहाल मंथन जारी है, लेकिन किसी कैबिनेट मंत्री को भी यहां से उतारा जा सकता है, इस बात की चर्चाएं भी गरम हैं.
मीडिया गलियारों में ऐसी खबरें भी सामने आ रही हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के राजनीतिक वारिस कुलदीप विश्नोई भी भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो इनेलो, जेजेपी और कांग्रेस के लिए यह सीट जीत पाना बहुत मुश्किल साबित होगा.