
बीते 5 मार्च को झज्जर के गांव माजरा में पुलिस मुठभेड़ के दौरान दो युवकों की मौत के मामले में नया मोड़ सामने आ गया है. परिजनों ने वकील के माध्यम से पुलिस टीम पर फर्जी तरीके से एनकाउंटर करने के आरोप लगाते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
चरखी दादरी: बीते 5 मार्च को झज्जर के गांव माजरा में पुलिस मुठभेड़ के दौरान दो युवकों की मौत के मामले में नया मोड़ सामने आ गया है. परिजनों ने वकील के माध्यम से पुलिस टीम पर फर्जी तरीके से एनकाउंटर करने के आरोप लगाते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही ये भी कहा है कि एनकाउंटर को सुसाइड केस बनाने वाले पुलिस कर्मियों पर हत्या का केस दर्ज होना चाहिए. परिजनों ने चेतावनी भी दी है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वे इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर करेंगे.
आपको बता दें कि चरखी दादरी में वकील इंद्रजीत फौगाट व परिजनों ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता करते हुए माजरा पुलिस मुठभेड़ में मारे गए दो युवकों के मामले की न्यायिक जांच की मांग की है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अपनी करनी पर परदा डालने के लिए गांव नीमली निवासी सचिन व साहिल का फर्जी एनकाउंटर करके सुसाइड केस बना दिया.
परिजनों का ये भी इल्जामा है कि पुलिस की गोलियां लगने से ही साहिल और सचिन की मौत हुई है. ऐसे में दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ जांच करतेहुए हत्या का केस दर्ज होना चाहिए. वकील इंद्रजीत फौगाट ने कहा है कि मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सबकुछ साफ तौर पर लिखा हुआ है, जिसमें स्पष्ट है कि दो युवकों को पुलिस ने गोली मारकर हत्या की है.
वकील के मुताबिक मृतक युवकों का आपराधिक रिकॉर्ड भी ऐसा नहीं है कि पुलिस एनकाउंटर कर दे. वकील इंद्रजीत फौगाट के मुताबिक अभी कई जांच रिपोर्ट आनी हैं, जिनमें पुलिस की करतूतों का खुलासा होगा.