
शुक्रवार की सुबह तक बच्चे तक पहुंचने की जद्दोजहद लगी रही. शुक्रवार शाम करीब 5 बजकर 15 मिनट पर अच्छी खबर सामने आई. नदीम बोरवेल से बाहर आ गया. पूरे गांव में खुशी का माहौल है.
हिसारः होली की पूर्व संध्या पर जब पूरा देश खुशियां मना रहा था हिसार जिले से 30 किलोमीटर दूर राजस्थान सीमा से सटे बालसमंद गांव के लोगों की सांसें अटकी हुई थीं. इस गांव के बोरवैल में एक 18 महीने का बच्चा नदीम गिर गया था.
बुधवार शाम लगभग 5:00 बजे नदीम खान नाम का ये छोटा बच्चा अपने भाई-बहनों और अन्य साथियों के साथ खेतों में बने अपने मकान से लगभग 100 मीटर दूरी पर खेल रहा था. तभी अचानक साथ ही खोदे गए 60 फुट के गहरे बोरवेल में गिर गया.
बच्चे की रोने की आवाज सुनकर और भाई बहनों के बताने पर आसपास के किसानों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस चौकी को दी, जिसके बाद ये मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आया. जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने तुरंत इसकी सूचना सेना और एनडीआरएफ को दी.
मौके पर एसपी, डीसी सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी लगभग 6 बजे मौके पर पहुंचे. बुधवार देर रातही सेना के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए. उन्होंने बचाव एवं राहत कार्यों के उपायों पर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया.
देर रात 10 बजे बोरवेल के साथ लगती जमीन पर एक अन्य गड्ढा खोदने की योजना पर प्रशासन ने काम शुरू किया और 8 जेसीबी मशीन और 5 ट्रैक्टरों की मदद से गड्ढा खोदने का काम शुरू किया. रात लगभग 12 बजे एनडीआरएफ की टीम जिसमें 17 सदस्य और तीन अधिकारी शामिल थे, दिल्ली से घटनास्थल पर पहुंची और सेना तथा एनडीआरएफ ने मिलकर राहत एवं बचाव कार्यों का अभियान जारी रखा.
गुरुवार सुबह लगभग 4 बजे एनडीआरएफ की एक अन्य टीम भी घटनास्थल पर पहुंची. एनडीआरएफ की टीम शुक्रवार को भी बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव कोशिश करती रही. गुरुवार सारी रात रेस्क्यू ऑपरेशन चला. ग्रामीणों ने भी मदद की. आखिरी 10 फीट लोगों और एनडीआरएफ ने खुद हाथों से मिट्टी खोदी. शुक्रवार की सुबह तक बच्चे तक पहुंचने की जद्दोजहद लगी रही. शुक्रवार शाम करीब 5 बजकर 15 मिनट पर अच्छी खबर सामने आई. नदीम बोरवेल से बाहर आ गया. पूरे गांव में खुशी का माहौल है. फिलहाल नदीम को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है.
इस तरह हुआ पूरा घटनाक्रम
- बुधवार शाम 05:00 बजे खेतों में खेल रहा था
- खेतों के 100 मीटर की दूरी पर था बोरवैल
- करीब 05:30 बजे 60 फीट गहरे बोरवैल में गिरा
- किसानों ने प्रशासन को दी सूचना
- करीब 06:00 बजे प्रशासन ने सेना से मांगी मदद
- देर रात घटना स्थल पर पहुंची NDRF
- रात 10:00 बजे प्रशासन ने गड्ढा खोदना शुरू किया
- 8 JCB और 5 ट्रैक्टर की मदद से खोदा जा रहा है गड्ढा
- NDRF की 17 सदस्य टीम के तीन अधिकारियों ने संभाला मोर्चा
- गुरुवार सुबह 4 बजे एक और टीम मदद के लिए पहुंची
- सारा दिन राहत कार्य चलता रहा
- आखिरी 10 फीट लोगों ने खुद मिट्टी खोदी
- शुक्रवार को भी राहत बचाव कार्य चलता रहा
- शाम साढ़े पांच बजे नदीम को NDRF की टीम बाहर ले आई