
शहीदी दिवस पूरे भारतवर्ष में मनाया जा रहा है. आज ही के दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गई. आज इस अवसर पर आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कैथल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि अपर्ति की.
कैथल: शहीदी दिवस के मौके पर आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. उन्होंने इस मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया. आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि शहीदों का हमारे जीवन में और देश के लिए बहुत महत्व है.
क्योंकि वो अपनी जान को निछावर करके देश की रक्षा करते हैं. शहीदी दिवस भगत सिंह, राजगुरु जैसे महान पुरुषों को याद करने के लिए मनाया जाता हैं.वहीं उन्होंने बिना किसी का नाम लिए विपक्ष पर कटाक्ष कसते हुए कहा कि जो लोग सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े कर रहे हैं और पाकिस्तान कि निंदा करने कि बजाय सर्मथन कर रहे हैं वो देश के लिए कलंक हैं और गद्दार हैं.
भारत की आजादी के लिए आज ही के दिन हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूलने वाले महान स्वंतत्रता सेनानियों शहीद भगत सिंह, खदेव और राजगुरु के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. जब-जब आजादी की बात होगी तब-तब इंकलाब का नारा देने वाले भारत माता के ये वीर सपूत याद किए जाते रहेंगे. 23 मार्च 1931 को ही भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को ब्रिटिश हुकूमत ने फांसी पर लटका दिया था.उनसे जब डवाणी के टिकट ना देने पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि आडवाणी जी ने खुद चुनाव लड़ने से मना किया है क्योंकि वो वंशवाद का शुरू से ही विरोध करते आए हैं.