
पूर्व शिक्षा मंत्री स्वर्गीय नारायण चंद्र पराशर की पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव सेरा में भव्य समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान नारायण चंद्र पराशर की प्रतिमा मिनी सचिवालय नादौन के परिसर में स्थापित किए जाने की मांग की गई.
नादौन/हमीरपुर: पूर्व शिक्षा मंत्री और एमपी रहे स्वर्गीय नारायण चंद्र पराशर की पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव सेरा में भव्य समारोह का आयोजन किया गया. इसमें विभिन्न समुदायों के करीब एक हजार लोगों ने शिरकत की. समारोह की अध्यक्षता नारायण चंद पराशर की धर्मपत्नी रोशनी देवी ने की.
नारायण चंद्र पराशर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग
समारोह में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में सरकार से मांग की गई कि नारायण चंद्र पराशर की प्रतिमा मिनी सचिवालय नादौन के परिसर में स्थापित जाए. समारोह में समाजसेवी रजनीश चौधरी ने कहा कि विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नारायण चंद्र पाराशर की प्रतिमा के लिए विधायक निधि से पांच लाख रुपए स्वीकृत भी किए हैं. अधिवक्ता वीरेंद्र शर्मा ने कहा नारायण चंद पराशर सुशिक्षित, विद्वान, साहित्यकार और एक अच्छे लेखक भी थे. इसलिए उनके नाम पर सेरा गांव में शोध केंद्र होना चाहिए, ताकि बच्चे उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेकर शोध कर सकें.
विकास कार्यों पर डाला गया प्रकाश
मंच का संचालन रिटायर्ड प्रिंसिपल चौधरी विजय कुमार ने किया. सेरा पंचायत के प्रधान सोनू, उप प्रधान सिंपू, पूर्व जिला परिषद सदस्य बलवीर चौधरी, पूर्व जिला परिषद वाइस चेयरमैन चौधरी चंदूलाल ज्ञान, चंद पराशर, अमलैहड़ पंचायत की प्रधान सोनिया ठाकुर, पूर्व बीडीसी मनोहर लाल, प्रवीण चौधरी, हरी सिंह, मुंगरु सोनी, शशि कुमार सुभाष पंडित किटपल, केसर चंद, समाजसेवी कुशल जामरा, रिटायर्ड तहसीलदार किशोरी लाल, कमल कमी, संतोष संधू धर्म सिंह, रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर धर्म सिंह, फूला सिंह आदि वक्ताओं ने नारायण चंद पराशर द्वारा ना केवल नादौन क्षेत्र में बल्कि पूरे प्रदेश में करवाए गए विकास कार्यों पर प्रकाश डाला.
गांव से जोड़ी जाएंगी सड़कें
रिटायर्ड प्रिंसिपल चौधरी विजय कुमार ने कहा कि नादौन में गवर्नमेंट कॉलेज, एसडीम ऑफिस, गौना में डाइट, सेरा में विश्राम गृह, टेलीफोन एक्सचेंज कार्यालय, विभिन्न बैंकों की शाखाएं, दर्जनों सीनियर और हायर सेकेंडरी स्कूल, आईपीएच की योजनाओं अनेकों विकास कार्यों सहित अनेकों पुलों और सड़कों का निर्माण करवा कर अनेकों गांवों को जोड़ा है. अनेकों कार्यालय नादौन क्षेत्र में खोले गए हैं जिनका लाभ क्षेत्रवासियों को मिल रहा है. उन्होंने अनेकों पुलों और सड़कों का निर्माण करवा कर अनेकों गांवों को जोड़ा है. इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि नारायण चंद्र पाराशर के योगदान को देखते हुए उनकी प्रतिमा को मिनी सचिवालय परिसर नादौन में लगाया जाए.
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