
सोमवार से पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग बहाल हो गया है. अब कांगड़ा जिला के लोग पठानकोट से जोगेंद्रनगर की ओर रेल में सफर कर सकेंगे. यह रेलगाड़ी पठानकोट से सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर चलेगी और शाम 7 बजकर 55 मिनट पर जोगेंद्रनगर पहुंचेगी.
धर्मशालाः पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग सोमवार से फिर बहाल हो गया. रेल ट्रैक का रविवार को सफल ट्रायल रेलवे ने कर लिया था. अब कांगड़ा जिला के लोग पठानकोट से जोगेंद्रनगर की ओर रेल में सफर कर सकेंगे. मंडल रेलवे फिरोजपुर के डीआरएम राजेश अग्रवाल ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर सुरक्षा-व्यवस्था के साथ 22 फरवरी से एक पेयर रेलगाड़ी चलाने को मंजूरी दे दी गई है. यह रेलगाड़ी पठानकोट से सुबह दस बजकर दस मिनट पर चलकर शाम 7 बजकर 55 मिनट पर जोगेंद्रनगर पहुंचेगी.
ट्रेन में 176 सवारियों की क्षमता
यही रेलगाड़ी दूसरे दिन सुबह सात बजकर पांच मिनट पर जोगेंद्रनगर से चलकर शाम पांच बजकर पांच मिनट पर पठानकोट पहुंचेगी. पठानकोट से सात सवारियों के साथ ट्रेन ने सफर शुरू किया. चार डिब्बों की ट्रेन में 176 सवारियों की क्षमता है. एक डिब्बे में 44 सवारियां बैठ सकती हैं. पठानकोट से जोगेंद्रनगर के बीच 32 रेलवे स्टेशन आते हैं. रेलवे मंडल फिरोजपुर मार्च महीने में तीन और ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है. पिछले साल कोरोना से हुए लॉकडाउन के कारण रेलवे ने सभी ट्रेन बंद कर दी थीं.
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रेलमार्ग पर चलती थीं सात अप व सात डाउन रेलगाड़ियां
पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर सात अप व सात डाउन रेलगाड़ियां चलती थीं. दिसंबर में रेलवे बोर्ड ने देश में ट्रेन सेवा शुरू कर दी थीं, लेकिन कांगड़ा जिला में पठानकोट से जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर चलने वाली रेलगाड़ियां बहाल नहीं की, जबकि हिमाचल में कालका-शिमला रेलमार्ग पर चार ट्रेन बहाल कर दीं हैं.
लोकसभा में उठाया था मामला
सांसद रामस्वरूप ने लोकसभा में पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर ट्रेन की बहाली मामला उठाया, इसके बाद रेल मंत्रालय ने कोरोना के मद्देनजर सुरक्षा-व्यवस्था कायम कर रेलगाड़ी चलाने की मंजूरी दी. मंडल रेल प्रबंधक फिरोजपुर ने पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर एक पेयर रेलगाड़ी चलाने की व्यवस्था कर दी.
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