आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महिला की कोरोना वैक्सीन से नहीं दूसरी बीमारी से हुई मौत: डॉ. जनक राज
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हमीरपुर की रहने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महिला की मौत कोरोना वैक्सीन लगवाने से नहीं हुई है. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि महिला की मौत गुलिंबार सिंड्रोम से हुई है. यह बात आईजीएमसी में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एमएस डॉ. जनक राज ने कही.

शिमला: आईजीएमसी में हमीरपुर की रहने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महिला की मौत कोरोना वैक्सीन लगवाने से नहीं हुई है. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि महिला की मौत गुलिंबार सिंड्रोम से हुई है. यह बात आईजीएमसी में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एमएस डॉ. जनक राज ने कही.

उन्होंने कहा कि महिला के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पैथोलॉजिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उससे साफ हो जाएगा कि महिला की मौत कैसे हुई. डॉ. जनक राज ने कहा कि जो हमारे पास दस्तावेज हैं उनके अनुसार महिला मौत कोरोना वैक्सीन से नहीं हुई है.

वीडियो रिपोर्ट.

'महिला की मौत को लेकर काफी अफवाहें फैलाई जा रही हैं'

डॉ. जनक राज ने कहा कि लोगों द्वारा महिला की मौत को लेकर काफी अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद रिएक्शन जरूर होता है, लेकिन अभी तक मौत का मामला सामने नहीं आया है. पैथोलॉजिकल व पोस्टमार्टम रिपोर्ट दो या तीन हफ्ते के बाद आएगी.

एमएस. डॉ. जनक राज ने कहा कि गुलिंबार सिंड्रोम यानी नसों की अकड़न के पहले भी कई मामले आईजीएमसी में आए हैं. जिसका चिकित्सकों द्वारा इलाज किया गया है. यह एक न्यूरोलॉजीकल बीमारी है. इस बीमारी के होने पर बाजु व टांगों में दर्द होता है.

29 जनवरी को कोरोना का टीका लगवाया था

डॉ. जनक राज ने कहा कि महिला को 29 जनवरी को कोरोना का टीका लगाया गया था और 6 फरवरी को महिला कि तबियत बिगड़ गई. जिसके चलते महिला को पहले हमीरपुर अस्पताल लाया गया, लेकिन तबीयत ज्यादा बिगड़ने के चलते टांडा मेडिकल कॉलेज में भेजा गया. वहां पर भी महिला के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और महिला को आईजीएमसी रेफर किया गया, लेकिन महिला ने रविवार को आईजीएमसी में दम तोड़ दिया.

महिला को आईजीएमसी में पहुंचाने के बाद दो घंटे ही हुए थे और उसके बाद मौत हो गई. 56 वर्षीय महिला गांव सौड डाकघर जोल तहसील सुजानपुर जिला हमीरपुर की रहने वाली थी. डॉ. जनक ने कहा कि महिला को कोविड शील्ड वैक्सीन लगी थी. कोरोना की वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है. यह वैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित है. ऐसे में कोई भी लोग कोरोना वैक्सीन से न डरें.

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