
कोरोना के समय में आम नागरिक आर्थिक स्थिति के संकटकाल से गुजर रहा है. ऐसे में उसके लिए एक-एक पाई की अहमियत बढ़ जाती है. यदि किसी के पसीने की कमाई ऐसे ही गुम हो जाए तो उसकी दयनीय स्थिति जयपुर ट्रैफिक पुलिस का एक हेड कॉन्स्टेबल समझ सकता है. ऐसी बात हम क्यों कर रहे है, जानिए वजह!
जयपुर. शहर में यातायात पुलिस में तैनात हेड कॉन्स्टेबल महेश चंद सोमवार को शहर के सोढाला चौराहे पर अपनी ड्यूटी पर तैनात थे, तभी अचानक उन्हें फर्राटेदार भागती गाड़ियों के बीच सड़क पर नोट उड़ते दिखे.
जब उन्होंने पास जाकर देखा तो 500-500 सड़क पर पड़े मिले, जिसके बाद उन्होंने हजारो के नोट इकट्ठा किए और पास ही सोढाला थाने पहुंचे. जहां उन्होंने थानाधिकारी को धनराशि सौंपकर वापस अपनी ड्यूटी निभाने लगे.
पढ़ें- बजट 2021-22 : क्या है राजस्थान को उम्मीदें, देखें विशेष चर्चा
वहीं ड्यूटी के दौरान ईमानदारी का परिचय देने वाले हेड कॉन्स्टेबल महेश चंद की ट्रैफिक डीसीपी आदर्श सिद्दू ने भी प्रशंसा करते हुए पीठ थपथपाई. उधर जब नोटों की गिनती की गई तो कुल 25,000 रुपये नगर थे, जिसके बाद अब पैसों के असली मालिक की तलाश की जा रही है. जिसके लिए पुलिस सोशल मीडिया और अन्य संसाधनों के जरिए पीड़ित व्यक्ति की तलाश में जुटी है.