
राजधानी में निराश्रित नंदी की सार्वजनिक स्थल/सड़कों पर बढ़ती संख्या से उत्पन्न समस्याओं के निराकरण के लिए हिंगोनिया गौशाला में जन सहभागिता योजना के तहत नंदी शाला की स्थापना की जाएगी. इस पर तकरीबन 50 लाख रुपए खर्च होगा. इसमें से 45 लाख रुपए पशुपालन विभाग और 5 लाख रुपए ट्रस्ट द्वारा वहन किया जाएगा.
जयपुर. ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पर मंगलवार को आयोजित हुई बैठक में जिला कलेक्टर, जिला गोपालन समिति चेयरमैन, ग्रेटर नगर निगम आयुक्त और श्री कृष्ण बलराम सेवा ट्रस्ट के बीच नंदी शाला को लेकर अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमति प्रदान की गई. हिंगोनिया गौशाला में बनने वाली नंदी शाला की स्थापना जन सहभागिता योजना के तहत की जाएगी. इसमें लगभग 50 लाख की लागत से नंदियों के लिए अलग से शेड तैयार किए जाएंगे.
इसके साथ ही अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने और गौशाला को विद्युत के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोलर प्लांट स्थापित किए जाने का भी निर्णय लिया गया. नगर निगम ग्रेटर की ओर से स्मार्ट सिटी के माध्यम से 300 किलो वाट बिजली उत्पादन की क्षमता का सोलर प्लांट स्थापित करवाने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा. बता दें कि गौशाला में बायोगैस प्लांट स्थापित किया जा रहा है. इसके लिए ट्रस्ट और आईओसीएल के बीच एमओयू हो चुका है और गैस प्लांट का काम शुरू हो चुका है. ये काम आगामी 4 महीने में पूरा होने की संभावना है.
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इसके साथ ही ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में संचालित होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, बेकरी, मिठाई की दुकान, जूस की दुकान, कैंटीन, आइसक्रीम पार्लर के ट्रेड लाइसेंस का नवीनीकरण भी अब ऑनलाइन करवाया जा सकेगा. राजस्थान नगरपालिका अधिनियम- 2009 में उल्लेखित धाराओं के तहत निगम से ट्रेड लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य है. ऐसे में निगम प्रशासन ने नए लाइसेंस ऑनलाइन जारी करने की सुविधा के साथ पुराने लाइसेंस के नवीनीकरण की प्रक्रिया को भी ऑनलाइन कर दिया है.