
अफ्रीका में चल रही 30वीं एड्रियाटिक पैरा बॉक्सिंग इंटरनेशनल प्रतियोगिता में कोटा की मुक्केबाज अरुंधति चौधरी ने तिरंगा लहराया है. जिसमें मुक्केबाज ने 69 किलो भार वर्ग में भारतीय टीम में खेलते हुए स्वर्ण पदक जीता.
कोटा. अफ्रीका के मोट्रेनेगो बुढ़वा में चल रही 30वीं एड्रिरीटिक पैरल बॉक्सिंग इंटरनेशनल प्रतियोगिता में कोटा की मुक्केबाज अरुंधति चौधरी ने तिरंगा लहराया है. मुक्केबाज अरूंधती ने 69 किलो भार वर्ग में भारतीय टीम में खेलते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया है. बता दें कि चौधरी ने पहली फाइट फिनलैंड से और दूसरी फाइट उज्बेकिस्तान फाइनल में यूक्रेन को मात दी. साथ ही सभी मुकाबलों में अरुंधती ने एकतरफा जीत हासिल की.
मुक्केबाजी संघ कोटा के महासचिव देवी सिंह भाटी ने बताया कि 30वीं एड्रिरीटिक पैरल बॉक्सिंग इंटरनेशनल प्रतियोगिता 18 से 22 फरवरी तक मोट्रेनेगो बुढ़वा अफ्रीका में आयोजित की गई. इसमें स्पोर्ट्स एकेडमी से देश भर में अपना नाम रोशन करने वाली अरुंधति चौधरी ने भी भाग लिया. अरुंधति के कोच अशोक गौतम ने बताया कि अरुंधति पूर्व में भी कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक प्राप्त कर चुकी हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी बहुत उम्मीदें बाकी हैं.
अरुंधति की इस उपलब्धि पर पिता सुरेश चौधरी, मां सुनीता चौधरी, राजस्थान मुक्केबाजी संघ के महासचिव और भारतीय मुक्केबाजी संघ के वाइस प्रेसिडेंट नरेंद्र कुमार निर्वाण ने काफी खुशी जाहिर की है. साथ ही उम्मीद जताई है कि अरुंधति एक दिन देश को ओलंपिक में पदक दिलाएंगी.
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अरुंधति की जीत पर लोक सभा स्पीकर ओम बिरला, स्वायत्त शासन नगरीय विकास मंत्री शांति कुमार धारीवाल, खेल मंत्री अशोक चांदना, सेवानिवृत्त आरपीएस अधिकारी शिव भगवान गोदारा सहित कई शहर के गणमान्य नागरिकों ने अरुंधति को जीत की बधाई दी. अरुंधति की पिता चाहते थे कि भारत में हमेशा टॉपर रहती थी. ऐसे में आईआईटी करे और देश में अपना नाम रोशन करे.
मुक्केबाज की मां सुनीता चौधरी का कहना है कि मुझे न्यूरो की प्रॉब्लम है, लेकिन हम सभी सुबह 4 बजे उठकर उसे मोटिवेट करते थे. अरुंधति की कोच अशोक गौतम की मेहनत के जरिए यह जीत हासिल हुई है. अरुंधति इसके पहले यूक्रेन, सर्जिया और मंगोलिया सहित 6 देशों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं और चार स्वर्ण पदक अब तक जीत चुकी हैं.