
प्रदेश में अवैध बजरी खनन के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसके बाद भी बजरी माफिया के हौसले बुलंद हैं और वे अवैध खनन के नए रास्ते निकाल ले रहे हैं. खास बात ये है कि अवैध बजरी खनन में लीजधारक भी इनकी मदद कर रहे हैं जिससे पुलिस और माइनिंग विभाग के अफसर भी उन्हें नहीं पकड़ पा रहे हैं.
कोटा. अवैध बजरी खनन को लेकर प्रदेश भर से लगातार मामले सामने आ रहे हैं. सरकार ने अवैध बजरी पर लगाम लगाने के लिए कुछ पट्टे भी जारी किए हैं लेकिन अब देखा जा रहा है कि अवैध बजरी परिवहन में लीज धारकों की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है. लीज धारक भी अब अवैध बजरी परिवहन करने वालों की मदद करने लगे हैं. इन्हीं की मदद से अवैध बजरी की तस्करी करने वालों ने पुलिस से बचने के कई तरीके निकाल लिए हैं. वे पुलिस और माइनिंग विभाग को धता बताते हुए बेधड़क बजरी तस्करी कर रहे हैं.
पढ़ें: राजस्थान बजट 2021: बजट से खाकी को काफी उम्मीद, पुलिस भर्ती आयोग का हो गठन
हाल ये है कि फर्जी तरीके से रवन्ने बनवाकर वे माइनिंग विभाग और पुलिस की आंखों में धूल झोंककर अवैध रूप से बजरी का परिवहन करते हैं. हालांकि पुलिस और माइनिंग विभाग भी इन अवैध बजरी खनन करने वालों के मंसूबों को अपने तरीकों से फेल कर रही है. कोटा में ऐसे कई मामले माइनिंग विभाग और पुलिस ने पकड़े हैं जिसमें अवैध रूप से बजरी का दोहन कहीं और से किया और फिर फर्जी रवन्ने पेश कर दिए. हालांकि माइनिंग विभाग ने अवैध बजरी के दोहन में मोबाइल लोकेशन के जरिए भी मुकदमा दर्ज किया है. इसके साथ ही बजरी के सैंपल मिलान पर भी कार्रवाई की है. वहीं रवन्ना जारी होने के समय और बजरी पकड़ने के समय को देखकर भी कार्रवाई की गई है.
बाड़मेर से कुछ घंटों में पहुंचा कोटा
कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने 4 जनवरी को तीन ट्रकों को अवैध बजरी के साथ पकड़ा. माइनिंग विभाग को इसकी सूचना दी गई. बाद में तीनों ट्रक चालकों ने बाड़मेर का एक रवन्ना पेश कर दिया. हालांकि जब यह ट्रक पकड़े गए थे तो रवन्ना 4 जनवरी को ही सुबह 10:30 बजे का जारी हुआ था. जबकि ट्रकों को उसी दिन पुलिस ने पकड़ लिया. ऐसे में इतने कम समय में बाड़मेर से कोटा आना संभव नहीं था. बाद में ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि वह जहाजपुर से बजरी लेकर आया है. इस पर मुकदमा भी माइनिंग विभाग ने दर्ज करवाया है.

एक रवन्ना जारी कराया, एक जैसे दो ट्रकों से शुरू की तस्करी
अवैध बजरी के काले खेल में पुलिस और माइनिंग विभाग की नजर से बचने के लिए तस्करों ने अलग ही हथकंडा अपनाया है. उन्होंने एक रवन्ना बजरी का जारी करवाया. साथ ही एक जैसे दो ट्रकों से अवैध बजरी का परिवहन शुरू कर दिया. रामगंजमंडी इलाके की मंडाना थाना पुलिस ने इन दोनों अवैध रूप से संचालित ट्रकों को एक हीरो बनने से अवैध रूप से बजरी की तस्करी करते पकड़ा. माइनिंग विभाग ने इसमें मुकदमा दर्ज करवाया है.
पढ़ें: Special : साईमा सैय्यद देश की पहली महिला वन स्टार राइडर बनी...मारवाड़ी घोड़ी अरावली है साईमा की साथी
कॉल लोकेशन से मामले का खुलासा
कनवास थाना इलाके में अवैध रूप से बजरी परिवहन करते हुए पुलिस ने कुछ ट्रकों को पकड़ा था. इन अवैध रूप से बजरी की तस्करी करने वाले ट्रक ड्राइवरों ने रवन्ना भी पुलिस को उपलब्ध करवा दिया. हालांकि जब इस रवन्ने की माइनिंग विभाग ने जांच की तो उसमें अलग ही तथ्य सामने आए. रवन्ना बाड़मेर से जारी हुआ था, लेकिन वह कनवास कुछ घंटों में ही पहुंच गए थे. ऐसे में जब ड्राइवर की लोकेशन ट्रेस की गई तो वह भीलवाड़ा जिले के आसपास ही नजर आई. जिस समय का रवन्ना जारी हुआ था उस समय वह बाड़मेर गया ही नहीं था. इस मामले में भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.
सैंपल जांच कराने पर अलग मिली बजरी
बीते 1 महीने से बोरखेड़ा थाने में माइनिंग विभाग ने एक ट्रोले को खड़ा करवाया हुआ है जो कि अवैध बजरी के साथ पकड़ा गया था. जब ड्राइवर ने रवन्ना दिखाया तो वह जालौर जिले से जारी हुआ था. हालांकि कुछ ही घंटों में यहां आ जाने पर माइनिंग विभाग ने बजरी का सैंपल लेकर वहां की बजरी के सैंपल की जांच करवाई तो मामले का खुलासा हुआ. दोनों जगह बजरी अलग-अलग थी. अब माइनिंग विभाग मुकदमा दर्ज करवाने की तैयारी कर रहा है.
फर्जी रवन्ने जोधपुर और बाड़मेर के ज्यादा
माइनिंग अभियंता जगदीशचंद्र मेहरावत का कहना है कि जिस तरह से अवैध बजरी का दोहन किया जा रहा है. उसमें अवैध बजरी लाने वाले भी दोषी हैं. उसी तरह अवैध तरीके से रवन्ना जारी करने वाले लोग भी इसमें बराबर के हिस्सेदार हैं. वह भी इसी तरह के दोषी हैं. क्योंकि वह भी इन अवैध बजरी दोहन करने वालों की मदद अपना रवन्ना देकर कर रहे हैं. ऐसे में उनके खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इस तरह के जितने भी मामले सामने आए हैं, उनसे उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है. अधिकांश फर्जी रवन्ने जोधपुर, बाड़मेर, भीलवाड़ा और जालौर के सामने आ रहे हैं.
182 लाख वसूला जुर्माना, 198 मामले आए
माइनिंग विभाग ने कोटा व रामगंजमंडी दोनों माइनिंग एरिया में अवैध बजरी के मामले में 19 मुकदमे दर्ज करवाए हैं। इसके अलावा 109 मामले पकड़े हैं. इसमें 139 लाख का जुर्माना भी वसूला गया है. हालांकि अवैध खनन के कुल 198 मामले कोटा व रामगंजमंडी एरिया में सामने आए हैं. इसमें 182 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया साथ ही 22 मामलों में एफआईआर दर्ज करवाई गई है.