
बाड़मेर में मीठीनाडी गांव के किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. किसानों का कहना है कि बिजली विभाग के कर्मचारी बिना रीडिंग देखे ही उनका हजारों रुपए का बिल जारी कर रहे हैं. जिसको भरने में वो असमर्थ हैं. किसानों ने कलेक्टर से लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
बाड़मेर. पिछले 4 वर्षों से बिना रीडिंग लिए कृषि कनेक्शनों के बिजली के हजारों रुपए के बिल किसानों को थमाए जा रहे हैं. जिसकी वजह से किसानों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है. ऐसे में सोमवार को बाड़मेर जिले के धनाऊ तहसील के किसानों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर विद्युत विभाग द्वारा कृषि कनेक्शनों के बिना रीडिंग लिए मनमर्जी से मोटी राशि के बिल जारी करने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
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ज्ञापन देने आए किसानों के अनुसार मीठीनाडी गांव तहसील धनाऊ मे पिछले 4 वर्षों से विद्युत विभाग के कार्मिकों द्वारा बिजली के कृषि कनेक्शनों कि बिना रीडिंग लिए अपनी मनमर्जी से मोटी राशि के बिल जारी किए जा रहे हैं. जिसे भरने में किसान समर्थ नहीं हैं. किसानों का यह भी आरोप है कि उन्हें समय पर बिल भी नहीं उपलब्ध करवाए जा रहे हैं और अपनी मनमर्जी से हजारों रुपए के बिल हमें भेज रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर हमने चौहटन सहायक अभियंता के पास भी गए. लेकिन वह भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रही हैं.
किसानों ने कहा कि हमने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर समस्या से अवगत करवाया है. किसानों ने विद्युत विभाग के लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. किसानों ने कहा कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वो कोर्ट जाएंगे.