
धौलपुर के बसेडी में राजपूत समाज के लोगों ने शिक्षा को बढावा देने के उद्देश्य से युवाओं को शिक्षित बनकर समाज के उत्थान में अपनी भागेदारी करने की अपील की. वहीं उन्होंने शिक्षा को मजबूत कडी बताते हुए बेटियों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडने की अपील की.
बसेडी(धौलपुर). जिले के बसेडी में राजपूत समाज ने शिक्षा को बढावा देने के उद्देश्य से युवाओं को शिक्षित बनकर समाज के उत्थान में भागेदारी करने की अपील की. इस दौरान वक्ताओं ने शिक्षा का महत्व बताते हुए बेटियों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडने की अपील की. बता दें कि सरमथुरा उपखंड के आंगई गांव में राजपूत समाज की आम बैठक जगन्नाथ सिंह सिकरवार की अध्यक्षता में आयोजित हुई.
वहीं इस बैठक में आंगई मंडल के गांवों के राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. वहीं इस मौक पर सभा को सम्बोधित करते हुए पिपरेट सरपंच प्रतिनिधि और समाजसेवी धर्मेंद्र सिंह जोरगढ़ी ने कहा कि राजपूत समाज का राष्ट्र और संस्कृति के विकास में प्राचीन काल से ही अग्रणी और अतुलनीय योगदान रहा है, लेकिन शिक्षा को बढावा देने से समाज का उत्थान होना स्वाभाविक है, इसके साथ ही परमार ने युवाओं को शिक्षित बनकर समाज के उत्थान में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया.
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इसके साथ ही इस अवसर पर नरोत्तम सिंह परमार ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समाज के लोगों के की ओर से बेटियों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडने की अपील की. वहीं विवेक सिंह परमार ने सामान्य वर्ग की पीडा बताते हुए कहा कि गरीबी जाति देखाकर नही आती, कहा गरीब हर जाति में होते हैं, इसलिए सरकार की ओर से दिए जा रहे जातिगत आरक्षण को सरकार बंद करे और आर्थिक आधार पर आरक्षण का प्रावधान लागू किया जाए.
यद्यपि सरकार ने गरीब सवर्णों के लिए ईडब्ल्यूएस केटेगरी में आरक्षण का प्रावधान किया है, लेकिन इस केटेगरी में अब युवाओं से परीक्षा आवेदनों और शिक्षण पाठ्यक्रमों में पूरी फीस वसूली जा रही है. वहीं अन्य आरक्षण कैटेगरियों के अभ्यर्थियों को परीक्षा और पाठ्यक्रमों में उम्र की छूट दी जाती है, जबकि ईडब्ल्यूएस केटेगरी के युवाओं को इस लाभ से वंचित रखा गया है. उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत और अव्यवहारिक है. वहीं इस मौके पर मानसिंह चौहान ,श्यामवीर सिंह ,नत्थी सिंह, रमेश सिंह मोरीपुरा, लक्ष्मण सिंह परमार , पूरन सिंह परमार सहित राजपूत समाज के लोग मौजूद रहे.