
नगर परिषद डूंगरपुर की ओर से ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 की पालना को लेकर जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई. बैठक में कलेक्टर ने स्वच्छता को लेकर नगर परिषद सहायक अभियंता से जानकारी ली.
डूंगरपुर. नगर परिषद डूंगरपुर की ओर से ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 की पालना को लेकर डीएम सुरेश कुमार ओला की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला कलेक्टर ने स्वच्छता को लेकर नगर परिषद के सहायक अभियंता से जानकारी ली. इसपर सहायक अभियंता विकास ने बताया कि स्वच्छता को लेकर प्रतिदिन वाहनों से कचरा एकत्रित करने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन वार्डों में कुछ वार्डवासियों की ओर से खुले में कचरा फेंक दिया जाता है.
इसे लेकर जिला कलेक्टर ओला ने वार्ड के पार्षदों की ओर से अपने वार्ड में स्वच्छता को लेकर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं. जिला कलेक्टर ओला ने कहा कि इसके बाद भी कोई खुले में कचरा डालते हुए पाया जाता है, तो उससे जुर्माना वसूल करने के निर्देश दिए हैं. बैठक में नगर परिषद के सहायक अभियंता ने बताया कि नगर परिषद शहर में 40 वार्ड हैं और सभी वार्डों से नगर परिषद की ओर से 100 फीसदी गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग संग्रहण करकर उसे प्रोसेसिंग प्लाट भंडारिया में भेजा जाता है.
उन्होंने बताया कि गीले कचरे से बॉयो गैस प्लांट के माध्यम से खाद्य और बिजली बनाई जा रही है. इसी प्रकार नगर पालिका सागवाड़ा की ओर से कचरे का 100 फीसदी संग्रहण किया जा रहा है. उन्हें निर्देशित किया गया है कि अतिशीघ्र गीले कचरे से खाद बनाने का कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने बताया कि नगर परिषद डूंगरपुर प्रदेश की पहली निकाय है जो खुले से शौच मुक्त घोषित हुई है.
पढ़ें: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ड्रीम प्रोजेक्ट पचपदरा रिफाइनरी के लिए 38 हजार करोड़ के टेंडर जारी
वहीं, नगर पालिका सागवाड़ा भी ओडीएफ निकाय है. बैठक में जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने प्लास्टिक के उपयोग और प्लास्टिक को बेचने के बारें में जानकारी ली. इसपर सहायक अभियंता विकास ने बताया कि डूंगरपुर की ओर से 50 माईक्रोन से कम प्लास्टिक का उपयोग करने पर 100 फीसदी प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अलावा शहर के व्यवसायिक क्षेत्र में 46 कचरा पात्र लगाये गए हैं. जिन्हें प्रतिदिन नियमित रूप से खाली किया जा रहा है. बैठक में चिकित्सा विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक जितिन जोनवाल, शहरी क्षेत्र के मनीष शर्मा, सजन सेवा संस्थान के मुकेश परमार और फिनिस सोसायटी के नरेन्द्र शर्मा मौजूद थे.