
उत्तर प्रदेश सरकार ने गोरखपुर के उप श्रम आयुक्त असित कुमार सिंह को पद का दुरुपयोग करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. उप श्रम आयुक्त निलंबन अवधि में श्रम आयुक्त मुख्यालय कानपुर से संबद्ध रहेंगे.
लखनऊ : राजधानी में भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में गोरखपुर के उप श्रम आयुक्त असित कुमार सिंह को पद का दुरुपयोग करने के आरोप में निलंबित कर दिया है. उप श्रम आयुक्त पर अवैध रूप से रुपये वसूली करने और भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतों के बाद कार्रवाई की गई है. जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से उप श्रम आयुक्त को निलंबित करते हुए इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की गई है.
श्रम आयुक्त मुख्यालय कानपुर से रहेंगे संबद्ध
अधिकारियों के मुताबिक, उप श्रम आयुक्त असित कुमार सिंह निलंबन अवधि में श्रम आयुक्त मुख्यालय कानपुर से संबद्ध रहेंगे. अपर मुख्य सचिव श्रम औप सेवायोजन सुरेश चंद्रा ने बताया कि उप श्रम आयुक्त अशोक कुमार सिंह ने लक्ष्मीकांतम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के सेस निर्धारण के प्रकरण में अपने पद का दुरुपयोग किया है.
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निलंबन अवधि में मिलेगा जीवन निर्वाह भत्ता
मुख्य सचिव श्रम एवं सेवायोजन के मुताबिक, उप श्रमायुक्त अवैध तरीके से रुपये कमाने और भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए हैं. निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा. साथ ही इस आशय का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा कि वह किसी अन्य सेवायोजन व्यापार वृद्धि और व्यवसाय में नहीं लगे हैं.